अब नए अंदाज में नजर आएंगी उज्जैन की महिलाएं, पर्यटकों को करवाएंगी देवदर्शन

शहर को जल्द मिलेगी सौगात, उज्जैन में लागू होगी इ-सवारी योजना, योजना में प्रमुख मंदिरों को जोड़ पर्यटन सुविधा को भी देंगे बढ़ावा

इंदौर की तरह उज्जैन में भी जल्द इ-सवारी योजना शुरू होगी। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री जयवर्धनसिंह ने हित लाभ वितरण समारोह में इसकी जानकारी दी। मंत्री के अनुसार महिलाओं को इ-रिक्शा दिलाई जाएगी। शहर के सभी प्रमुख मंदिरों तक पर्यटक-दर्शनार्थियों की पहुंच के लिए इ-रिक्शा उपलबध होगी। इससे महिलाओं को रोजगार मिलेगा। वहीं पर्यटन सुविधा को भी बढ़ावा मिलेगा।

नगर निगम द्वारा मंगलवार को कालिदास संकुल में डे-राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन अंतर्गत हित लाभ वितरण समारोह किया गया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि मंत्री जयवर्धनसिंह शामिल हुए। उद्बोधन में महापौर मीना जोनवाल ने बताया, आजीविका मिशन में नगर निगम महिलाओं को स्वावलंबी बना रहा है। महिलाओं को इ-रिक्शा भी दिया जाना है लेकिन यातायात विभाग का अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने से संतोषजनक परिणाम नहीं आ सके हैं। उन्होंने मंत्री जयवर्धन से इस संबंध में सहयोग की अपेक्षा की। जयवर्धनसिंह ने उद्बोधन में इस विषय को शामिल करते हुए कहा, हाल ही में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इंदौर में इ-सवारी येाजना शुरू की है। मैं भी एक रिक्शा में बैठा था। पूछने पर महिला चालक ने बताया था कि वह रोज के करीब एक हजार रुपए कमा लेती है। अब हम उज्जैन में भी जल्द महिलाओं को यह सौगात देंगे। यहां भी इ-सवारी योजना शुरू कर महिलाओं को इ-रिक्शा दिलाई जाएगी। कार्यक्रम के प्रारंभ में एमआइसी सदस्य डॉ योगेश्वरी राठौर ने हितग्राही पेंशन, आवास आदि की किस्त नहीं मिलने की समस्या भी मंत्री के समक्ष रखी। निगम अध्यक्ष सोनू गेहलोत व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र वशिष्ठ ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम में विधायक रामलाल मालवीय, महेश परमार, सहकारी केंद्रीय बैंक प्रशासक अजीतसिंह ठाकुर, कमल पटेल, सत्यनारायण चौहान आदि मौजूद थे।

 

443 को 87 लाख के चेक दिए

कार्यक्रम में नए स्वसहायता समूह के साथ ही पुराने समूहों को व्यवसाय के लिए सहयोग राशि के चेक वितरित किए गए। अतिथियों ने विभिन्न समूह के 443 हितग्राहियों को 87 लाख रुपए की राशि के चेक वितरित किए।

 

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